जितना हमने पढ़ा है जाना,
instagram का अजब है खेला,
हर दूजा टूटा दिल मझनू,
हर दूजी तड़पती लैला,
ज़िन्दगी है उदास तो ज़रा,
touch up कर लो,
रूठे दिल वालों आपस में,
patch up कर लो,
दर्द तुम्हारा रोज़ का मुझसे,
सहा नहीं जाता,
प्रतिदिन का वही बासी रोना,
पढ़ा नहीं जाता,
कैसे एक ही ग़म से खुद को,
divide करते हो,
मरते नहीं हो फिर भी जैसे,
suicide करते हो,
उस पर भी कुछ लोग मजे से,
डालते हैं petrol,
पता नहीं हर लफ्ज़ है सच,
या शौक है डामाडोल,
मैं हूँ नहीं खिलाफ किसी के,
भूत भविष्य इतिहास में,
मैं तो आप के जीवन का भूगोल कर दूँ,
मन करता है ग़म में तुम्हारे hole कर दूँ